कामाख्या मंदिर असम के गुवाहाटी शहर में स्थित है या 1 हिंदुओं का पवित्र मंदिर है यहां देवी सती का योनि भाग गिरा था जब माता सती ने अपने आप को अपने पिता के घर में जाके अपने प्राण त्याग दिए थे आओर शिवजी ने उन्कके शव को अपने कंधे पर उठाकर पूरे ब्रह्मांड में जहां तहां विचरण करने लगे तब विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शव को टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे और धरती के कई जगहों के उनके शरीर के अलग-अलग अंग के टुकड़े गिरे और वह सब शक्तिपीठ बना उन्हीं शक्तिपीठ में से एक कामाख्या शक्तिपीठ है यहां पर मात्र मंदिर के दर्शन करने सारे मनोकामनाएं पूरी होती है यहां जाना काफी ही आसान है आप रेल मार्ग द्वारा कामाख्या रेलवे स्टेशन का गुवाहाटी का रेलवे स्टेशन कर सकते हैं वहां से ऑटो करके डायरेक्टर आप कामाख्या मंदिर का दर्शन कर सकते हैं या मंदिर पहाड़ों पर बसा हुआ है और यहां के आसपास की हरियाली बहुत ही सुंदर और मनमोहक है यहां मंदिर में दर्शन करने के लिए थोड़ा समय लगता है आपको पूरा 1 दिन समय लेकर जाना होगा देवी माता के रूप में दर्शन हो पाएगा ।
Wednesday, 28 November 2018
कामाख्या मंदिर गुवाहाटी
कामाख्या मंदिर असम के गुवाहाटी शहर में स्थित है या 1 हिंदुओं का पवित्र मंदिर है यहां देवी सती का योनि भाग गिरा था जब माता सती ने अपने आप को अपने पिता के घर में जाके अपने प्राण त्याग दिए थे आओर शिवजी ने उन्कके शव को अपने कंधे पर उठाकर पूरे ब्रह्मांड में जहां तहां विचरण करने लगे तब विष्णु जी ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शव को टुकड़े-टुकड़े कर दिए थे और धरती के कई जगहों के उनके शरीर के अलग-अलग अंग के टुकड़े गिरे और वह सब शक्तिपीठ बना उन्हीं शक्तिपीठ में से एक कामाख्या शक्तिपीठ है यहां पर मात्र मंदिर के दर्शन करने सारे मनोकामनाएं पूरी होती है यहां जाना काफी ही आसान है आप रेल मार्ग द्वारा कामाख्या रेलवे स्टेशन का गुवाहाटी का रेलवे स्टेशन कर सकते हैं वहां से ऑटो करके डायरेक्टर आप कामाख्या मंदिर का दर्शन कर सकते हैं या मंदिर पहाड़ों पर बसा हुआ है और यहां के आसपास की हरियाली बहुत ही सुंदर और मनमोहक है यहां मंदिर में दर्शन करने के लिए थोड़ा समय लगता है आपको पूरा 1 दिन समय लेकर जाना होगा देवी माता के रूप में दर्शन हो पाएगा ।
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